मेरे पति के दोस्त ने मेरी पेलाई करदी hindi love story

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मेरे घर मे मेरा पति और बस मेरी सास थे, ननद की शादी हो चुकी थी। मेरी पहली पेलाई पति मेरे ने ही की थी पर शादी के दो साल बाद भी हमारी मेरिड लाइफ में रोमांच नही था सब कुछ बोरियत भरा सा था। पति का जब मन करता, वो बस मेरी गुफा मे कुछ धक्के लगा कर अपना पानी मेरी गुफा मे भर के सो जाता। ऐसे ही मुझे एक साल बाद बच्चा भी हो गया। मेरी जिंदगी नीरस सी चल रही थी। तभी मेरी जिन्दगी में कुछ ऐसा हुआ जिससे मुझे खुशी मिली. मेरे पति का एक नया जगह काम लगा था तो वहा से उनका एक दोस्त सुरेश हमारे घर आने लगा था। मेरे पति से वो छोटा था लगभग मेरी उम्र का! वो स्वभाव से बहुत अच्छा और स्मार्ट था। अक्सर वो मेरे बच्चे को अपनी गोदी में लेता. तो लेते वक्त उसके हाथ मेरे संतरे से


 स्पर्श हो जाते थे, मुझे लगता था कि अनजाने में हो जाता होगा। पर जब उसको मौका मिलता था तो मेरी तारीफ करता था जिससे मुझे शर्म भी आती थी और मैं उसे थैंक्यू बोल देती थी। मैं भी धीरे धीरे उससे खुल गई थी बातो बातो मे अक्सर वो बताता है कि उसको मेरी जैसी बीवी चाहिए। एक दिन वो घर आया. मैं उसके लिए चाय लाई. पति फोन पे बाहर बात कर रहे थे। मैंने उसको झुक के चाय पकडाई तो वो मेरे संतरे की घाटी देख के मुस्कुराकर बोला- भाभी, लगता है कि दूध ज्यादा है चाय में! मैं यह सुनकर थोडा शरमा गई और वापस रसोई में आकर काम करने लगी। वो चाय पीकर रसोई में कप देने आया और जाते वक्त हल्के से मेरी पीछे सहला दिया। मुझे कुछ समझ नही आया कि यह क्या हो रहा है? मुझे उसका ऐसा सहलाना सही नही लगा. पर पति को यह बताना भी सही नही लग रहा था। आगे के कुछ दिनो तक वो ऐसी ही छोटी छोटी हरकत करता रहा। मैंने भी एक दो बार उसका गुस्से में हाथ भी झटक दिया था। अब धीरे धीरे उसका


 इस तरह छूना मुझे अच्छा लगने लगा. पर ‘मैं एक बच्चे की मां हूं’ मुझे यह सब सोचकर अच्छा नही लगता था। मेरी ननद की डिलीवरी के लिए मेरी सास उसके घर चली गई थी। सुरेश को भी यह बात पता लग गई थी। अगले रोज रात मे मेरे पति सुरेश के साथ लेट आए. वो काफी नशे में थे, सुरेश उनको कंधे से सहारा देकर दरवाजे तक लाए थे। सुरेश बोला- भाभी, ज्यादा हो गई है भैया को! इन्हे सुला देते हैं अब! मैंने भी एक तरफ से सहारा दिया. मौका पाकर सुरेश मेरी पीछे को सहलाते हुए पति को बेडरूम तक लेके आया और उन्हे बिस्तर पर बच्चे के पास लेटा दिया। मैं सुरेश को बोला- ये हरकते मत किया कर मुझे पसंद नहीं है। वो बोला- मैंने क्या किया, भैया ने खुद पी इतनी मैंने तो मना किया था। मैंने कहा- यह नहीं जो हरकत मेरे साथ करता है। वो कुछ नही बोला और कमरे के बाहर आने लगा। मै भी उसके पीछे बाहर आई और उसे पति को घर लाने के लिए थैंकयू कहा। उसने मुझसे कहा- आई लव यू भाभी! और मुझे कमर से पकडकर अपनी बांहो में जकड लिया। मैं उससे छुटने के लिए उसको धक्का दे रही थी 


पर उसकी पकड काफी मजबूत थी। मैंने उससे छटपटाते हुए कहा- छोडो मुझे, वो जाग जायेंगे। मैं एक बच्चे की मां हूं, गलत है यह! उसने कहा- भाभी, मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं, गलत है तो चिल्ला के जगा ले पति को! और वो मुझे दीवार पे सटाकर किस करने लगा। उसने किस करते हुए एक हाथ से मेरी साडी ऊपर की और मेरी चड्डी में हाथ डालकर मेरी गुफा सहलाने लगा. मुझे इस सब में अच्छा लगा रहा था. परन्तु मैंने उसका हाथ हटाने की कोशिश की. पर अब मेरा जिस्म भी उसका साथ देने लगा। मैं चिल्ला सकती थी पर मुझे पता नही क्या हुआ मैं सुरेश की इन हरकतो से गरम होने लगी। फिर भी उसको ऐसा न करने के लिए बोलती रही- मत करो, वो देख लेंगे तो अच्छा नही होगा। वो बोला- इतनी पिलाई है इसको कि सुबह से पहले होश में नही आयेंगे। प्लीज मत रोको मुझे, आई लव यू। उसने मुझे सोफे पे लेटा दिया और मेरे ऊपर चढकर मुझे किस करता जा रहा था.मुझे भी उसका मेरा होंठो को इस तरह चूसना बहुत अच्छा लग रहा था। उसने किस करते हुए एक हाथ से मेरे ब्लाउज को ऊपर करके मेरे संतरे को खींचकर नीचे निकाल लीया और मसलने लगा जिससे दूध भी निकलने लगा।


यह देखकर उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई। वो मेरे सामान को मुंह में भरकर पीने लगा और बोला- वाह मेरी दुधारू भाभी, तेरा सारा दूध निचोड दूंगा आज मैं! अब सुरेश बारी बारी मेरे दोनो संतरे को बडी बेरहमी से पीए जा रहा था जिससे मेरी आह निकल रही थी। मेरी गुफा में अजीब सी मीठी सी कसक उठ रही थी। मैं अब उसका साथ दिए जा रही थी। उसने फिर मुझे अपनी तरफ उठाकर मेरा ब्लाउज खोलके अलग कर दिया और अपनी कमीज उतार के मुझे किस करने लगा। वो पागलो की तरह वो मेरे बदन को चाट रहा था. और मुझे भी अच्छा लग रहा था। अब उसने मेरी सारी ऊपर की और मेरी चड्डी खींच के उतार दी। मेरी झांटो वाली गुफा में वो उंगली करते हुए वो धीरे से बोला- मेरी जान, झांटो की सफाई करके रखना अगली बार मेरे लिए!मैं हल्का सा मुस्कुरा गई। फिर मेरी जांघो को किस करते हुए उसने मेरी गुफा में अपना मुंह लगा दिया और मेरी गुफा में जीभ चलाने लगा। मेरे पति ने कभी ऐसा नही किया था.


मुझे शुरू मे थोड़ा गंदा लगा पर बाद में बहुत मजा आने लगा। मैं उसका सिर अपनी गुफा पे दबाने लगी। अब मुझे कोई एहसास नही था कि अगले कमरे में मेरा पति और बच्चा सोए है और यहां होल में गैर मर्द से अपनी गुफा चटवा रही हूं। अब उसने मुझे किस करते हुए सोफे से उठाकर जमीन पर लेटा दिया और उसने सारे कपड़े उतार दिए। उसने मुझसे भी सारे कपडे उतारने को कहा तो मैं धीमे से बोली- ऐसे ही कर ले यार वो जाग जायेंगे तो मुसीबत हो जायेगी। वो फिर मेरी छाती पर बैठके मेरे मुंह में उसका केला देने लगा। मैंने कभी मुंह में केला नही लिया था तो मैं चेहरा इधर उधर करते हुए उसे मना करने लगी। उसने मुझे बोला- भाभी लो तो बहुत मजा आएगा। उसने मेरे होंठो पे जबरन केला रख दिया. उसके केले की बदबू से में मोहित हो रही थी. जैसे ही उसे मौका मिला, उसने केला 


मुंह में डाल दिया। मुझे गंदा लग रहा था और वो धीरे धीरे उसका सामान हिलाकर मेरे मुंह में केला चला रहा था। फिर उसने ज्यादा जबरदस्ती नही की और मेरे बराबर आके मुझे किस करने लगा। उसने मेरी टांगे फैलाई और उसके केले से मेरी गुफा सहलाने लगा। मैं केला लेने के लिए मछली जैसे तडप रही थी। फिर उसने एक झटका दिया और आधे से ज्यादा केला गुफा में घुसा दिया। मेरी आह निकल गई. उसने अपने होंठो से मेरे होंठ दबा लिए और दूसरा धक्के में पूरा केला मेरी गुफा में भर दिया। उसका गरम मोटा केला मुझे गुफा में बहुत अच्छा लग रहा था। अब वो धीरे धीरे केला अंदर बाहर करने लगा। उसके केले की रगड ने मुझ पर न जाने क्या जादू कर दिया, मैं उसके पीछे को पकडकर मस्ती से पेलाई करवा रही थी। धीरे धीरे उसने भी पेलाई की स्पीड तेज कर दी, उसके धक्के इतने तेज थे कि मेरा पूरा बदन ऊपर नीचे झूल रहा


 था। सुरेश मुझे पेलते हुए सिर्फ मेरा चेहरे को निहार रहा था और मैं सिसकारियां लेते हुए मस्त पेलवा रही थी। वो इतनी ताकत से धक्के लगा रहा था कि मेरे संतरे हवा मे उछल रहे थे। पूरे होल मे थप थप की पेलाई की आवाज आ रही थी। ऐसी पेलाई चलती रही और मैं झड गई। इस चरमसुख में इतना तेज था कि मेरे पूरे बदन में सिहरन दौड गई। मुझे कभी इतना मजा नहीं आया था। मैं थक के चूर हो गई थी पर वो अभी भी मुझे बेरहमी से पेले जा रहा था। उसकी स्पीड और तेज हो गई थी। उसने हांफते हुए पूछा- भाभी, अंदर झड जाऊं? मैंने हां में सर हिला दिया। उसने सारा पानी मेरी गुफा की गहराई में भर दिया और फिर उसने कुछ और धक्के मारकर मेरे उपर निढाल लेट गया। तब उसने पूछा- मजा आया भाभी? मैंने उसे किस करते हुए हां कहा। वो मुझे किस करते हुए बोला- आई लव यू सो मच भाभी!

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