एक दिन मैं एक लड़के से टकरा गई. गलती उसकी थी तो उसने मुझसे सॉरी बोला. मैंने उसे देखा तो न जाने क्यों मुझे अपने आप उससे बात करने का दिल किया. मैंने उससे कहा- अरे सॉरी रहने दीजिए. मेरी भी गलती थी. इस तरह से उसके साथ मेरी थोड़ी बहुत हैलो हाय के साथ बात भी हुई. फिर हम दोनों एक दूसरे के बारे थोड़ा बहुत जानकर अपने अपने रास्ते चले गए. उस दिन मैं
कॉलेज की लाइब्रेरी में बैठी हुई थी, तभी अचानक से वह मुझे दुबारा दिखा. वह भी मुझे ही देख रहा था. हम दोनों की नजरें टकराईं तो मैंने मुस्कुरा दिया. वह तुरंत मेरी डेस्क के करीब आ गया. फिर हम दोनों ने बातें की, एक दूसरे के बारे काफी कुछ जाना.
उसके बाद से कुछ ऐसा जमा कि हम दोनों साथ में ही पढ़ने लगे, साथ में ही लंच करने लगे. क्लास के बाद उसके साथ घूमना भी पता नहीं कब चालू हो गया, कुछ होश ही न रहा.धीरे धीरे हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए. वह दिखने में
बहुत ही ज्यादा अच्छा दिखता है. कोई भी लड़की उससे एक मिनट में सैट हो जाए, जैसे मैं हो गई थी. फिर एक दिन मेरी तबियत अचानक खराब हो गई तो मैं अस्पताल में एडमिट हो गई थी. मैंने उसे कॉल करके बताया- केविन, मेरी तबियत अचानक खराब हो गई है. उसने सारी जानकारी की और वह तुरंत अपनी कार लेकर आया. मेरी तबीयत अब ठीक थी तब भी वह मान नहीं रहा था. वह मुझे एक दूसरे डॉक्टर के पास ले गया. उधर से सब ओके मिलने के बाद वह मुझे वापस ले जाने लगा. फिर जब हम
लौट रहे थे, तब अचानक से उसने कार की ब्रेक लगा दी. मैं आगे की तरफ को गिरी, तो उसने मुझे बचाने के लिए मेरी छाती के आगे हाथ कर दिया. मेरे संतरे उसके हाथ से दब गए. मैंने पहले कभी उसे इस नजर से नहीं देखा था पर तब मेरे अन्दर की वासना जाग गई थी. उसके अन्दर भी कुछ हुआ था, पर मैंने कुछ नहीं कहा. हम दोनों ने उस चीज को एक तरह से नजरअंदाज कर दिया था. फिर गाड़ी का गियर
बदलते समय वह मेरे संतरे को टच कर रहा था, तो कभी मेरी जांघों पर हाथ फेर देता था. मेरे अन्दर पहले ही बहुत तेज कामेच्छा हो रही थी और केला लेने की इच्छा बलवती होती जा रही थी. वह मुझे और पागल करने लगा था. मैंने भी सोचा कि क्यों ना मौके का फायदा उठा ही लिया जाए. पसंद तो मैं इसे करती ही हूँ. इसके साथ पेलाई कर लूँगी तो मेरा क्या घिस जाएगा. अब मैंने मन पक्का कर लिया था और उसे रोका नहीं. बल्कि मैं भी उसकी जांघों पर अपना हाथ ऐसे ले गई, जैसे मुझे उसके सहारे की जरूरत हो.
फिर से ब्रेक लगने के कारण यदि झटका लगे, तो मैँ उसके सहारे से खुद को गिरने से रोक सकूँ. अब जैसे ही मेरा हाथ उसकी जांघों पर गया, वह समझ गया. कुछ दूर कार चलाने के बाद उसने एक सुनसान जगह पर गाड़ी रोक दी. मैंने उसे देखा और हल्के से मुस्कुरा दी. वह भी मुस्कुरा दिया और अपने हाथ से मुझे पकड़ कर अपनी तरफ खींच कर मुझे किस करने लगा. मैं भी उसका साथ दे रही थी.
वह किस करते करते कभी मेरे संतरे दबा रहा था, तो कभी मेरा पिछवाड़ा सहला रहा था. मैं पागलों की तरह उसको चूम रही थी और उसके बालों में हाथ घुमा रही थी. कुछ पल बाद केविन बोला- बेबी, उठ कर मेरी गोद में आ जा.मैं गेट खोलकर उसके पास गई तो उसने अपने ऊपर मुझे बिठा लिया. उसे अपनी सीट को पीछे फैला दिया था.मैं उसके मुँह की तरफ अपने मुँह को करके बैठी थी. हम दोनों लिप किस करने लगे. कभी एक दूसरे के गाल
पर चूमते … तो कभी गाल काट लेते थे. कभी मैं उसकी गर्दन को चूमती … तो कभी वह अपने हाथों से मेरे दूध दबा देता था. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. बीच बीच में वह मेरे पिछवाड़े पर चांटे भी मार रहा था. कुछ देर बाद केविन उठा और मुझे पीछे वाली सीट पर ले गया. उसने मुझे सीट पर लिटा दिया और मेरी शर्ट उतार दी. मेरे संतरे ब्लैक ब्रा मचल रहे थे.
वह मेरे गोरे गोरे चूचों को काली ब्रा में कसा हुआ देख एकदम से पगला गया. आप भी सोचो कि एक जवान लड़की के 38 साइज की सफेद चूचियां ब्लैक ब्रा मैं कैसी लगेंगी किसी का भी केला खड़ा हो जाएगा कि नहीं! केविन बोला- बेबी आज से पहले तुझे कभी ऐसे क्यों नहीं देखा … तू क्या माल है यार … साला रोज ही मजा मिल सकता था.
मैंने उसका मुँह खींच कर उसे अपने संतरे पर लगा दिया और कहा- अब तो ले लो मजा मेरे आशिक. मैं उसका मुँह अपने मम्मों के बीच में रगड़ रही थी और वह दोनों हाथों से मेरे दोनों मम्मों को बहुत जोर जोर से दबा रहा था. मुझे दर्द भी हो रहा था, पर मज़ा उससे ज्यादा आ रहा था. मेरे मुँह से बस ‘आह आह आह केविन प्लीज़ थोड़ा आराम से
करो …’ की आवाज निकल रही थी. पर वह नहीं रुका. उसके हाथ मैं मेरे टाइट टाइट मम्मे जो पड़ गए थे, अब वह कहां छोड़ने वाला था. फिर उसने मेरी ब्रा में से मेरे दोनो संतरे निकाले और एक को चूसने लगा, दूसरे को मसलने लगा.वह एक एक करके मेरे दोनों मम्मों का हलवा बनाने मैं लगा
था और मेरे संतरे को अपने मुँह भर भर कर खींच रहा था. लड़की के दूध जब चूसे जाते हैं न दोस्तो … तो उसकी बिल्ली से रस टपकने लगता है. यही मेरी दोनों टांगों के बीच हो रहा था. बिल्ली से रस धार निकल कर चड्डी को भिगोने लगी थी और मेरे मुँह से बस ‘आह आह केविन की आवाज निकल रही थी. वह बीच बीच में मेरे मम्मों के बीच में … और होंठों को किस भी कर रहा था.
हम दोनों की जीभें भी मजा देने लगी थीं. तभी एकदम से किसी कार के तेज गति से निकलने की आवाज आई. वह कार कुछ आगे जाकर वापस आई और उसमें से आवाज आई कि मेरी जरूरत हो बता देना भाई. तब तक हम दोनों संभल चुके थे और अलग अलग हो गए थे. वह कार एकदम से आगे बढ़ गई. एक
मिनट तक तो हम दोनों सनाका खाए हुए बैठे रहे, फिर एक दूसरे को देख कर हंस पड़े. अब मैंने अपने कपड़े पहन लिए. मेरी शर्ट उतारते समय थोड़ी फट गई थी, लेकिन इतनी सही थी वह कि पहनी जा सकती थी. केविन ने गाड़ी चालू कर दी. पर अब तक मेरी बिल्ली में आग लग गई थी. मैं उसके केले के लिए तड़प रही थी. उसका भी केला बहुत टाइट हो रहा था, पैंट मैं से साफ दिख रहा था. मेरे से रहा नहीं गया और मैं अपना हाथ उसके केले पर फेरने लगी. वह भी पागल हो रहा था. फिर
मैंने उसके पैंट को खोला और उसके अंडरवियर में से केला बहार निकाल लिया. मैं उसका केला देखते ही डर गई … इतना मोटा और लंबा था … ये कम से कम 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा रहा होगा. केला बाहर निकाल कर पहले उस पर अपना हाथ ऊपर नीचे कर रही थी. फिर केविन ने मुझसे केला चूसने का कहा. मैं कुछ बोलती, उससे पहले ही उसने मेरा सिर पकड़कर अपने केले पर दबा दिया. मैंने भी झट से उसके केले को अपने मुँह मैं ले लिया.
अब वह कार चला रहा था और मैं उसका केला चूसे जा रही थी. उसकी भी मस्ती में आंखें बंद हो रही थीं; उसके मुँह से भी आह निकल रही थी. वह अपने एक हाथ से मेरे सिर को दबाए जा रहा था. मैंने उसका पूरा केला मुँह में ले लिया.मुझे तो उसका टेस्ट इतना अच्छा लगा था कि आज भी उसका केला सोचने पर मुँह में टेस्ट याद आ जाता है. फिर हम लोग एक फ्रेंड के रूम पर आ गए. उसका दोस्त कहीं बाहर गया था. दोस्त ने बताया कि चाबि गमले के नीचे है. हम दोनों वहां आ गए. फ्लैट में कोई नहीं था. हम
दोनों ने मौके का फायदा उठाया और अन्दर चले गए. मैं बिस्तर पर लेट गई; वह गेट लॉक करके जल्दी से अन्दर आ गया. अन्दर आते ही उसने मुझे किस किया और हम दोनों एक एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे. एक दूसरे के शरीर को चूमने लगे. उसने मेरी ब्रा भी उतार दी थी. मेरे दोनों संतरे अपने कब्जे में लेकर वह उनसे खेलने लगा था. एक को मुँह में लेकर चूसे जा रहा था और दूसरे को मसल रहा था.मैं सिर्फ पैंटी में थी. मैंने भी उसकी चड्डी को उतार दिया और
केला को वापस चूसने लगी. मैं उसे अपना पिछवाड़ा हिला हिला कर दिखा रही थी. वह बार बार मेरे पिछवाड़े पर चमाट मार रहा था. कभी मेरी बिल्ली में उंगली डाल देता तो मैं और जोर जोर से उसका केला चूसने लगती. फिर हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए. उसने मुझे अपने ऊपर ले लिया. वह मेरी बिल्ली चाट रहा था और मैं
उसका केला चूस रही थी. कुछ देर बाद उसने मुझे सीधा लिटाया और मेरे ऊपर आ गया, आते ही किस करने लगा. फिर पता नहीं कब उसने मेरी बिल्ली में केला डाल दिया. मेरे मुँह से बहुत तेज चीख निकली पर वह किस करता रहा. मैं रोने लगी थी. वह धक्के नहीं दे रहा था. जब मैंने रोना बंद कर दिया, तब उसने धक्के देना चालू कर दिए.वह जोर जोर से धक्के देने लगा. मेरे मुँह से आह आह आह केविन की आवाज निकल रही थी. वह मेरे दूध चूसते हुए मुझे पेले जा रहा था … और तेज तेज धक्के मारता हुआ मेरी बिल्ली का बिल्ला बना रहा था. थोड़ी देर बाद हम दोनों शांत हो गए और एक दूसरे को
किस करके लिपट कर नंगे ही सो गए. करीब एक घंटा बाद मेरी आंख खुली तो वह मेरी बिल्ली चाट रहा था. एक बार फिर उसका केला खड़ा हुआ और हमे पेलाई शुरु कर दी इस बार उसने मुझे अपने केले की सवारी करने को कहा. मैंने मजे से केला की सवारी की और अपने आशिक को अपनी चूचियां पिलाईं. फिर अब हमे जब भी मौका मिलता
है हम पेलाई करते रहते हैं


